आई सावण तीज
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
#ਸੱਚ ਕੱਚ ਵਰਗਾ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*कक्षा पांचवीं (संस्मरण)*
शपथ संविधान की खाकर,माल चकाचक खाए
दीदार
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
*हर साल नए पत्ते आते, रहता पेड़ पुराना (गीत)*
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रंगों के रंगमंच पर हमें अपना बनाना हैं।