*अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)*
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
जितना अधिक आप अपने जीवन की प्रशंसा करते हैं और जश्न मनाते है
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जो चाहने वाले होते हैं ना
ज्यामिति में बहुत से कोण पढ़ाए गए,
सारे शारीरिक सुख को त्याग कर मन को एकाग्र कर जो अपने लक्ष्य
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
दिन निकलता है तेरी ख़्वाहिश में,
umesh vishwakarma 'aahat'