Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Oct 2023 · 1 min read

आधे अधूरा प्रेम

तुम्हारी संरचना
बहुमुखी प्रतिभा
बहुआयामी व्यक्तित्व वाली है,
कहाँ ठहर जाते,
सबका अपना कब्जा (अधिकार)
संवाद से तू बचते रहा,
अपवाद से दो चार, करते रहा,
वंचित रहा,
लाचार बेबस , खुद को कोसते हुए,
ये तो आधा अधूरा प्रेम है,
महेन्द्र भाई,
इसे समझ न सका.

Language: Hindi
338 Views
Books from Mahender Singh
View all

You may also like these posts

#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय*
जीवन ऐसे ही होता है
जीवन ऐसे ही होता है
प्रदीप कुमार गुप्ता
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्याम वंदना
श्याम वंदना
Sonu sugandh
प्रेम मे डुबी दो रुहएं
प्रेम मे डुबी दो रुहएं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जीवन का नया पन्ना
जीवन का नया पन्ना
Saraswati Bajpai
धर्म और कर्मकांड
धर्म और कर्मकांड
Mahender Singh
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Dr. Bharati Varma Bourai
"वायदे"
Dr. Kishan tandon kranti
Me and My Yoga Mat!
Me and My Yoga Mat!
R. H. SRIDEVI
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
Dr.Pratibha Prakash
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
* कष्ट में *
* कष्ट में *
surenderpal vaidya
कुछ मासूम स्त्रियाँ!
कुछ मासूम स्त्रियाँ!
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
फूल और प्यार।
फूल और प्यार।
Priya princess panwar
दोहा त्रयी. . . शंका
दोहा त्रयी. . . शंका
sushil sarna
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
मुंगेरी तो मर गया, देख देख कर ख़्वाब।
मुंगेरी तो मर गया, देख देख कर ख़्वाब।
Suryakant Dwivedi
बसंत
बसंत
अनिल मिश्र
त्रिपदिया
त्रिपदिया
Rambali Mishra
We have returned from every door of life,
We have returned from every door of life,
अनिल "आदर्श"
भिखारी का कटोरा(कहानी)
भिखारी का कटोरा(कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"जब तक सच में नहीं आती ll
पूर्वार्थ
अनमोल
अनमोल
Neeraj Agarwal
प्रभु वंदना
प्रभु वंदना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ख़ुद में भी
ख़ुद में भी
Dr fauzia Naseem shad
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
Manoj Shrivastava
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
टूट गया हूं शीशे सा,
टूट गया हूं शीशे सा,
Umender kumar
सुनो मैं बदलना चाहती हूं
सुनो मैं बदलना चाहती हूं
Jyoti Roshni
Loading...