Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

We have returned from every door of life,

We have returned from every door of life,
But we could not get your company,
Life is an unsolved puzzle,
Life is like a lonely life without my beloved,
It is like a flower, we have been hearing this till now,
Life is a friend of thorns,
We had set out to make paths of love,
But why no stone could move from us,
We have returned from every door of life,
But we could not get your company,
All the pictures have remained colorless,
Dreams of love have remained incomplete,
The string slipped from my hand,
Just like that,
The kite has broken and has remained
With you, we planted the seeds of love,
But we could not bloom the flower of love,
The bumblebees, went crazy on the mangoes, but the bumblebees, did not come,
How do I understand that the sweet season has come,
There are no new buds on the trees

Language: English
82 Views
Books from अनिल "आदर्श"
View all

You may also like these posts

मिल गया होता
मिल गया होता
अनिल कुमार निश्छल
छुट भैया नेता
छुट भैया नेता
Dr. P.C. Bisen
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो।
आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो।
सत्य कुमार प्रेमी
दोहा पंचक. . . . शीत
दोहा पंचक. . . . शीत
sushil sarna
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
माँ
माँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मधुमाती होली
मधुमाती होली
C S Santoshi
उम्मीदों का सूरज ढलने लगा है
उम्मीदों का सूरज ढलने लगा है
पूर्वार्थ
"विलोम-पर्यायवाची"
Dr. Kishan tandon kranti
उम्र गुजर जाएगी।
उम्र गुजर जाएगी।
Rekha khichi
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कई एहसास बिन बताए ही
कई एहसास बिन बताए ही
शिवम राव मणि
■आज का सवाल■
■आज का सवाल■
*प्रणय*
ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
जिसको तेल लगाना आए
जिसको तेल लगाना आए
Manoj Shrivastava
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भावुक हृदय
भावुक हृदय
Dr. Upasana Pandey
मन तो करता है मनमानी
मन तो करता है मनमानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
VINOD CHAUHAN
यौवन
यौवन
Ashwani Kumar Jaiswal
ग़र हो इजाजत
ग़र हो इजाजत
हिमांशु Kulshrestha
प्रमाणिका छंद
प्रमाणिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बाबा , बेबी।
बाबा , बेबी।
Kumar Kalhans
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
Manoj Mahato
** सुख और दुख **
** सुख और दुख **
Swami Ganganiya
बरगद एक लगाइए
बरगद एक लगाइए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
2487.पूर्णिका
2487.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"The Deity in Red"
Manisha Manjari
Loading...