sp 100 किस से मन की पीर *********************
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम भी सर उठा के जी सकते हो दुनिया में
*भारत भूषण जैन की सद्विचार डायरी*
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
■शिक्षक दिवस (05 सितंबर)■
मंहगाई की हालत क्या है पूछो बाजार से
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे,
मोह की समाप्ति भय का अंत है,
सरपरस्त
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"