Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2023 · 1 min read

धूप छांव

धूप छांव
*********
जैसे जिंदगी एक रेल है
वैसे ही धूप छांव का खेल है
दोनों ही चलते रहते हैं
अपनी अपनी चाल से
आगे बढ़ते रहते हैं।
दोनों में चोली दामन सा रिश्ता है
दोनों के बिना चलता नहीं काम है।
एक दूजे के बिना दोनों अधूरे हैं
एकदम नीरस, बेरंग, बेजान हैं
जैसे जीवन का सांसों से नाता है
धूप छांव का भी एक दूजे से वैसा ही रिश्ता है।
ठीक वैसे ही जिंदगी और धूप छांव में भी
अलिखित अनुबंध है
जिनका सदियों से संबंध है
और अनंत काल तक रहेगा,
कोशिश करने पर भी
न कोई तोड़ सकता है
न ही कभी तोड़ सकेगा,
क्योंकि दोनों का संबंध अटूट है
निज स्वार्थ से न इनका संबंध है
चाहे धूप और छांव में हो
या धूप छांव का जिंदगी से हो।
ये चलता ही आ रहा है
और चलता ही रहेगा।

सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 296 Views

You may also like these posts

जनसंख्या का भार
जनसंख्या का भार
Vishnu Prasad 'panchotiya'
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
Manisha Manjari
"दर्द के तोहफे"
Dr. Kishan tandon kranti
गुलाब
गुलाब
Shutisha Rajput
बच्चे (कुंडलिया )
बच्चे (कुंडलिया )
Ravi Prakash
4859.*पूर्णिका*
4859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हक जता संकू
हक जता संकू
RAMESH Kumar
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
शेखर सिंह
बाल कविता: मदारी का खेल
बाल कविता: मदारी का खेल
Rajesh Kumar Arjun
रिश्तों की हरियाली
रिश्तों की हरियाली
सुशील भारती
एक अजीब कशिश तेरे रुखसार पर ।
एक अजीब कशिश तेरे रुखसार पर ।
Phool gufran
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
बड़े ही वो हो
बड़े ही वो हो
sheema anmol
कर्मनाशी
कर्मनाशी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Neelam Sharma
उलझनों से भरी इस दुनिया में
उलझनों से भरी इस दुनिया में
Ranjeet kumar patre
मानक
मानक
Khajan Singh Nain
साथी
साथी
अंकित आजाद गुप्ता
Mountain
Mountain
Neeraj Agarwal
आईने के सामने
आईने के सामने
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
शरद ऋतु
शरद ऋतु
अवध किशोर 'अवधू'
बुंदेली चौकड़िया- पानी
बुंदेली चौकड़िया- पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
देर आए दुरुस्त आए...
देर आए दुरुस्त आए...
Harminder Kaur
*बताओं जरा (मुक्तक)*
*बताओं जरा (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
हवा,धरती,पानी और आग की सीख
हवा,धरती,पानी और आग की सीख
Anil Kumar Mishra
हाकिम
हाकिम
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी यादों में
मेरी यादों में
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...