Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2023 · 1 min read

नजरिया

आप कितने भी अच्छे हो…
चाहे आप कितना भी
अच्छा काम कर लो…
पर एक बात हमेंशा याद
रखना…..
आपको जो गलत समझता है…
वह मरते दम तक आपको
गलत ही समझेगा…
क्योंकि नजर का ऑपरेशन
किया जा सकता है
पर नजरिये का नहीं…!!
!जोहार!

1 Like · 1 Comment · 299 Views
Books from नेताम आर सी
View all

You may also like these posts

मैंने अपने एक काम को
मैंने अपने एक काम को
Ankita Patel
अब तो चले आओ कि शाम जा रही है।
अब तो चले आओ कि शाम जा रही है।
Jyoti Roshni
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
जीवन के दो पहलू
जीवन के दो पहलू
C S Santoshi
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चिर-प्रणय
चिर-प्रणय
sushil sharma
शिव
शिव
Vandana Namdev
कुपोषण की पहचान कारण और बचने के उपाय
कुपोषण की पहचान कारण और बचने के उपाय
Anil Kumar Mishra
इच्छाओं  की  दामिनी,
इच्छाओं की दामिनी,
sushil sarna
तुझे याद करूं भी, तो कैसे करूं।
तुझे याद करूं भी, तो कैसे करूं।
Vivek saswat Shukla
बेटी का सम्मान
बेटी का सम्मान
surenderpal vaidya
चाय
चाय
अंकित आजाद गुप्ता
जब जब भूलने का दिखावा किया,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तूने कहा कि मैं मतलबी हो गया,,
तूने कहा कि मैं मतलबी हो गया,,
SPK Sachin Lodhi
23/132.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/132.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निकलो…
निकलो…
Rekha Drolia
कोई चाहे कितना भी सुंदर क्यों न हो,
कोई चाहे कितना भी सुंदर क्यों न हो,
पूर्वार्थ
कौन दिल बहलाएगा?
कौन दिल बहलाएगा?
सुशील भारती
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बेटी शिक्षा
बेटी शिक्षा
Dr.Archannaa Mishraa
यूँ ही राह तकता रहता हूं किसी राहगुज़र की,
यूँ ही राह तकता रहता हूं किसी राहगुज़र की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वन को मत काटो
वन को मत काटो
Buddha Prakash
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Rakshita Bora
बड़ा हीं खूबसूरत ज़िंदगी का फलसफ़ा रखिए
बड़ा हीं खूबसूरत ज़िंदगी का फलसफ़ा रखिए
Shweta Soni
वक्त ने जो दिए हैं मौके, कद्र कर लो,
वक्त ने जो दिए हैं मौके, कद्र कर लो,
Ritesh Deo
😊कृपया ध्यान (मत) दीजिए😊
😊कृपया ध्यान (मत) दीजिए😊
*प्रणय*
"इंडिया"
Dr. Kishan tandon kranti
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बधाई
बधाई
Satish Srijan
गणेश वंदना छंद
गणेश वंदना छंद
Dr Mukesh 'Aseemit'
Loading...