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5 Oct 2023 · 1 min read

जाने क्यों तुमसे मिलकर भी

जाने क्यों तुमसे मिलकर भी
मिलने की तमन्ना होती है,
प्यार पाकर भी तुम्हारा,
प्यार पाने की तमन्ना होती है

अपने हालात का हम तुमसे
कैसे – कैसे बयां करें,
तुम्हें हमारी बात सुनने की,
फ़ुरसत ही कहां होती है

ग़म के दरिया में हम यूं ही
बहते रहे हरपल,
अब तेरे प्यार की खातिर
डूब जाने की तमन्ना होती है

हमने समझा था प्यार को,
एक आसान सा मक़ाम,
अब हुआ ज्ञात कि चाहत में,
मंजिल ही कहां होती है।

जाने क्यों तुमसे मिलकर भी,
मिलने की तमन्ना होती है ….

✍️ सुनील सुमन

3 Likes · 2 Comments · 473 Views
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