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17 Sep 2023 · 1 min read

हिन्दी पर विचार

हिन्दी पर विचार

हिन्दी की गंगा एक बहाओ
विश्व मंच पर इसे सजाओ
कुछ गीत लिखो तुम हिन्दी में
कुछ रचनाओं से इसे सजाओ
पावन कर दो इसका कण – कण
हिन्दी को माथे पर बिठाओ

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

1 Like · 496 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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