Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
30 Aug 2023 · 1 min read

ज़िंदगी को अगर स्मूथली चलाना हो तो चु...या...पा में संलिप्त

ज़िंदगी को अगर स्मूथली चलाना हो तो चु…या…पा में संलिप्त रहने वालों का कहीं न कहीं आपको साथ पाना ही पड़ेगा, क्योंकि ज़िंदगी का मूल और अंतिम फलसफा यही रहना है – जाहि विधि राखे चुति… न, ताहि विधि रहिए!

मानव–ज़िंदगी महज़ वसूलों और नैतिकता से नहीं चलती।

Loading...