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कृष्णकांत गुर्जर
359 posts · 28,447 words
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29 Aug 2023 · 1 min read
जिंदगी बहुत ही छोटी है मेरे दोस्त
जिंदगी बहुत ही छोटी है मेरे दोस्त
जीकर मर जाओ या मर कर जी लो
बात एक ही जैसी है
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