ईश्वर ने हमारे जीवन काल में बहुत से संयोग बनाए लोगों से मिलव
फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल
"तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं
अनमोल मोती
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
-: ना ही चहिए हमें,प्रेम के पालने :-
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
हमें कहता है अन्तर्मन हमारा
#ताम्रपत्र
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
छिप न पाती तेरी ऐयारी है।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'