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15 Jul 2023 · 1 min read

जागेगा अवाम

वक्त करवट ले रहा
कर रहा यह ऐलान
ये अंधेरा अब खत्म
होगा जागेगा अवाम
कुछ लोग लोकतंत्र का
उड़ा रहे खुला उपहास
उनको भी अहसास हो
चला, बदलेगा इतिहास
लोकतंत्र में जनता होती
सत्ता का भाग्य विधाता
पांच साल में वही लिखती
सब नेताओं का बहीखाता
जैसे जैसे नजदीक आ रही
लोकसभा चुनाव की बेला
सक्रिय होने लगा है सभी
राजनीतिक दलों का तबेला
हे ईश्वर मेरे देश के लोगों
को देना सद्बुद्धि का दान
सही सरकार के चयन को
करें सन्मति से वो मतदान

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