Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
3 Jul 2023 · 1 min read

तेरे जवाब का इंतज़ार

है मुश्किल अब रहना
लेकिन आसान नहीं कहना
ये दिल की बात मेरे
अब दिल में नहीं रखना

कहता रहता हूं तुमसे
बस इधर उधर की बातें
है नींद नहीं रातों को
मुश्किल से कट रही रातें

हाल दिल का दिख रहा सबको
जाने क्यों तू ही देखता नहीं है
एक बार मेरी आँखों में देख
क्या उसमें बसी तेरी तस्वीर नहीं है

चाहिए जगह तेरे दिल में
बस यही ख़्वाहिश रही है
तू जानता नहीं है, ये बात
कितनी मुश्किल से तुझसे कही है

बेचैन हूं तेरे जवाब के लिए
तू फ़ुरसत में क्यों लग रहा
कह दे मुझे एकबार कबसे
तू मेरा मुरसत है बन रहा

छंटने लगे है बादल
दूर प्रकाश नज़र आ रहा
मुझे तुझमें सिर्फ़ तू नहीं
है मेरा प्यार नज़र आ रहा

बैठा हूं इंतज़ार में तेरे
अब तो तेरा जवाब आए
इस बार मायूसी नहीं
तू ख़ुद मेरे पास चली आए।

Loading...