Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
3 Jul 2023 · 1 min read

इंसान से हिंदू मैं हुआ,

इंसान से हिंदू मैं हुआ,
हिंदू से हुआ मैं जाट ।
और ऐसे ही मैं बंट गया,
जैसे भंडारे का पूड़ी आलू साग ।।

Loading...