Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Jun 2023 · 1 min read

ये इश्क़

यह इश्क़ है जनाब, बहुत कुछ करवाता है!
महबूब के लिए जमाने से, बिल्कुल अलगाता है!
उस का साथ पाने को, एक मुलाकात के बहाने को,
बहुत से झूठ बुलवाता है, नाकों चने चबवाता है!
खतरे को भाँप कर भी, किसी का हो जाता है।
प्यार अंधा होता है, बस यूँ ही नहीं कहा गया,
पहले इश्क़ होता है, कि फिर समझ सुलाता है!
गणित के जोड़ घटाव से, इसका कोई नाता नहीं,
इसमें हारने वाला ही, सरताज कहलाता है॥

Loading...