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18 May 2023 · 1 min read

#मेरे_दोहे

#मेरे_दोहे
■ कपटी, कुटिल, कलही, कुतर्की कदापि विश्वस्त नहीं हो सकते। इस सच को भूलेंगे तो पछतावे के योग्य भी नहीं रहेंगे।
★प्रणय प्रभात★

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