Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 2 min read

पति पत्नि की नोक झोंक व प्यार (हास्य व्यंग)

मेरी पत्नी सुबह सुबह रामायण पढ़ती है।
फिर तो सारे दिन वह महाभारत करती है।।

वैसे तो रामायण पढ़कर, राम राम करती है।
फिर तो सारे दिन गाली की बौछार करती है।।

हर मंगलवार को वह हनुमान चालीसा पढ़ती है।
बाद में हनुमान की गदा ले मुझ पर धमकती है।।

वह रोज रोज मुझे सता रही है मै नही उसे सता रहा हूं।
एक बार क्या हाथ दबाया 40 वर्ष से पांव दबा रहा हूं।

कहती है रिटायरमेंट के बाद निकम्मे हो गए हो तुम।
किसी काम को कहती हूं सुनकर घुन्ने हो गए हो तुम।।

सारे दिन कुंभकर्ण की तरह तुम सोते रहते हो।
कोई काम को कहती हूं, अनसुनी कर देते हो।।

एक दिन पत्नि से कहा,जरा तुम चावल बीन लिया करो।
भगवान ने दो आंखे दी है जरा कंकड़ निकाल लिया करो।।

वह झट से बोली,भगवान ने तुम्हे भी 32 दांत दिए है।
क्या फर्क पड़ता है,उन्हे भी दांतो से फोड़ लिया करो।।

जब कोई उसकी सहेली हमारे घर पर आ जाती है।
वह खुद न चाय बनाकर,मुझसे बनाने को कहती है।।

जब कोई मेरा यार दोस्त मेरे घर पर आ जाता है।
वह चाय में चीनी की जगह नमक मिला देती है।।

जब कभी भी उसे सर्दी जुखाम हो जाता है।
मेरे सीने में भी बलगम गड़गड़ाने लगता है।।

मानता हूं वह इस उम्र में मुझसे काफी लड़ती झगड़ती है।
पर मुझे जरा बुखार आ जाए वह दीर्घ आयु की कामना करती है।।

जब कभी चोट लगती है वही तो मलहम लगाती है।
नींद नहीं आती है वही तो मेरे सिर को सहलाती है।।

चलती रहती हैं नोक झोंक,इसी को सच्चा प्यार कहते है।
जो रह नही सकते इसके बिना उसे ही पति पत्नि कहते है।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 648 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
manorath maharaj
जितना आपके पास उपस्थित हैं
जितना आपके पास उपस्थित हैं
Aarti sirsat
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
Sahil Ahmad
किशोरावस्था मे मनोभाव
किशोरावस्था मे मनोभाव
ललकार भारद्वाज
🍀🪷🙌 Go for a walk
🍀🪷🙌 Go for a walk
पूर्वार्थ
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सिपाही
सिपाही
Neeraj Agarwal
कितनी    बेचैनियां    सताती    हैं,
कितनी बेचैनियां सताती हैं,
Dr fauzia Naseem shad
इल्जामों के घोडे
इल्जामों के घोडे
Kshma Urmila
पितृ तर्पण
पितृ तर्पण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"फेड्डल और अव्वल"
Dr. Kishan tandon kranti
अंबर
अंबर
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
गुमनाम
गुमनाम
Rambali Mishra
*आख़िर कब तक?*
*आख़िर कब तक?*
Pallavi Mishra
* रंग गुलाल अबीर *
* रंग गुलाल अबीर *
surenderpal vaidya
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक।
जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक।
सत्य कुमार प्रेमी
बांदरो
बांदरो
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
Suryakant Dwivedi
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जाते साधक ध्यान में (कुंडलिया)*
*जाते साधक ध्यान में (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दहलीज़
दहलीज़
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
4236.💐 *पूर्णिका* 💐
4236.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
■ कृष्ण_पक्ष
■ कृष्ण_पक्ष
*प्रणय*
महान व्यक्तित्व
महान व्यक्तित्व
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मधुमास में बृंदावन
मधुमास में बृंदावन
Anamika Tiwari 'annpurna '
खोज सत्य की
खोज सत्य की
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...