Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2023 · 1 min read

*पचपन का तन बचपन का मन, कैसे उमर बताएँ【हिंदी गजल 】*

पचपन का तन बचपन का मन, कैसे उमर बताएँ【हिंदी गजल 】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
पचपन का तन बचपन का मन, कैसे उमर बताएँ
मस्ती मिली ध्यान की ऐसी, बच्चे बन-बन जाएँ
(2)
क्या करना है चिन्ता करके, क्या खोना क्या पाना
मिला हमें जो चलो उसी में, खुशियाँ खूब मनाएँ
(3)
उसके पास अगर है हमसे, ज्यादा तो क्या करना
ईश्वर ने जो हमें दिया है, वह आभार जताएँ
(4)
अगर जरूरत से ज्यादा भी, मिल जाए तो मुश्किल
इस आफत से सदा-सर्वदा, ईश्वर हमें बचाएँ
(5)
खुश रहने का एक मंत्र है, सब को सब कुछ दे दें
और नहीं बदले में मन में, हों किंचित इच्छाऍं
(6)
बोझ समूचा अहंकार का, यह जो हम हैं ढोते
इसे हटा दें तो फूलों से, हल्के हम कहलाएँ
(7)
नशा एक आने लगता है, जब भी प्रभु तुम आते
आओ चलें साथ में हम-तुम, थोड़ा समय बिताएँ
(8)
लोग पूछते हैं क्या हमने, ध्यान-योग में पाया
यह किताब थोड़े ही है जो, उनको भी पढ़‌वाएँ
(9)
चार दिनों का मेला जग में, खुशी और गम आते
चार दिनों के हम-तुम साथी, आपस में बतियाएँ
—————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर( उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451

576 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
manjula chauhan
आनंद जीवन को सुखद बनाता है
आनंद जीवन को सुखद बनाता है
Shravan singh
बुढ़ापा है जीवन की शान
बुढ़ापा है जीवन की शान
Bharti Das
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
प्रेम की दास्तां
प्रेम की दास्तां
Pushpa Tiwari
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
माँ एक एहसास है......
माँ एक एहसास है......
Harminder Kaur
जो असंभव है वो बात कैसे लिखूँ
जो असंभव है वो बात कैसे लिखूँ
Dr Archana Gupta
"जल"
Dr. Kishan tandon kranti
हृदय पुकारे आ रे आ रे , रो रो बुलाती मेघ मल्हारें
हृदय पुकारे आ रे आ रे , रो रो बुलाती मेघ मल्हारें
Dr.Pratibha Prakash
- एक हमसफर चाहिए -
- एक हमसफर चाहिए -
bharat gehlot
यह जानते हुए कि तुम हो कितनी मेरी ख़ास,
यह जानते हुए कि तुम हो कितनी मेरी ख़ास,
Ajit Kumar "Karn"
मस्तमौला
मस्तमौला
Sudhir srivastava
मतवाला
मतवाला
Deepesh Dwivedi
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
Neelofar Khan
हर एक सांस सिर्फ़ तेरी यादें ताज़ा करती है,
हर एक सांस सिर्फ़ तेरी यादें ताज़ा करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
Ravi Prakash
काफिला
काफिला
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
କେବଳ ଗୋଟିଏ
କେବଳ ଗୋଟିଏ
Otteri Selvakumar
जीवन रश्मि
जीवन रश्मि
Neha
शून्य
शून्य
उमेश बैरवा
इतना है अरमान हमारा
इतना है अरमान हमारा
अनिल कुमार निश्छल
"बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll
पूर्वार्थ
जिंदगी वो है
जिंदगी वो है
shabina. Naaz
बिजली
बिजली
अरशद रसूल बदायूंनी
मैं हाथों में तेरा नाम लिखती हूं,
मैं हाथों में तेरा नाम लिखती हूं,
Jyoti Roshni
गाँव अकेला गाँव अकेला।
गाँव अकेला गाँव अकेला।
Arun Prasad
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...