Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
22 Apr 2023 · 1 min read

"जब शोहरत मिली तो"

“जब शोहरत मिली तो”
जब शोहरत मिली तो
नींद भी हमसे दूर चली गई,
एक गुमनाम जिन्दगी थी
सुकून और खूबसूरत एहसास भरी।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

Loading...