Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
9 Apr 2023 · 1 min read

*जब नशा साँसों में घुलता, मस्त मादक चाल है (मुक्तक)*

जब नशा साँसों में घुलता, मस्त मादक चाल है (मुक्तक)
—————————————-
जब नशा साँसों में घुलता, मस्त मादक चाल है
गाने लगी है जब प्रकृति, सुरमयी लय-ताल है
सब पेड़-पौधे झूमते हैं, और कोयल कूकती
निहितार्थ इसका आ गया, लो नया शुभ साल है
————————————-
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

Loading...