Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2023 · 1 min read

*अमर रहे गणतंत्र हमारा, मॉं सरस्वती वर दो (देश भक्ति गीत/ सरस्वती वंदना)*

अमर रहे गणतंत्र हमारा, मॉं सरस्वती वर दो (देश भक्ति गीत/ सरस्वती वंदना)
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
अमर रहे गणतंत्र हमारा, मॉं सरस्वती वर दो
1
एक राष्ट्र जन एक भाव की, हों शुभ अभिलाषाऍं
प्रांतवाद के छुद्र स्वार्थ हों, किंचित सफल न पाऍं
सब हृदयों में देशप्रेम के, आह्लादों को भर दो
2
शुद्ध बनें नदियों के जल, हर ओर स्वच्छता फैले
दिखें न नदियों में गिरते, नालों के पानी मैले
सुंदर स्वच्छ नदी-जल से, मॉं भारत-भर कर दो
3
भेदभाव की हर परिपाटी, अब हम दूर हटाऍं
तन मन वचन प्राण से केवल, भारतीय कहलाऍं
बसा तिरंगे को सॉंसों में, मॉं फहरा घर-घर दो
4
इतनी शक्ति सॅंजोए भारत, नहीं हारने पाए
विजय देश को मिले शत्रु, चाहे जो भी टकराए
भारत के प्रत्येक शत्रु के, भर मन में मॉं डर दो
5
स्वस्थ निरोगी सभी देशवासी हो अब बलशाली
क्लेश-रहित हो जन-मन-जीवन, घर-घर हो खुशहाली
सदाचार से भरा हुआ, भारत को उज्ज्वल स्वर दो
अमर रहे गणतंत्र हमारा, मॉं सरस्वती वर दो
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 474 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

प्रेमी-प्रेमिकाओं का बिछड़ना, कोई नई बात तो नहीं
प्रेमी-प्रेमिकाओं का बिछड़ना, कोई नई बात तो नहीं
The_dk_poetry
अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति
Nitin Kulkarni
विनम्रता, साधुता दयालुता  सभ्यता एवं गंभीरता जवानी ढलने पर आ
विनम्रता, साधुता दयालुता सभ्यता एवं गंभीरता जवानी ढलने पर आ
Rj Anand Prajapati
पैगाम
पैगाम
Shashi kala vyas
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
Shweta Soni
क्यों नहीं आती नींद.
क्यों नहीं आती नींद.
Heera S
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
गुमनाम 'बाबा'
रहें फसल के बीच में,जैसे खरपतवार
रहें फसल के बीच में,जैसे खरपतवार
RAMESH SHARMA
हिमालय से अटल
हिमालय से अटल
डॉ. शिव लहरी
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
जीवन है कोई खेल नहीं
जीवन है कोई खेल नहीं
पूर्वार्थ
* कुण्डलिया *
* कुण्डलिया *
surenderpal vaidya
बह जाऊ क्या जिंदगी......
बह जाऊ क्या जिंदगी......
देवराज यादव
प्रेमागमन / मुसाफ़िर बैठा
प्रेमागमन / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
🙅आज की बात🙅
🙅आज की बात🙅
*प्रणय*
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,
उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,
Dr fauzia Naseem shad
न दया चाहिए न दवा चाहिए
न दया चाहिए न दवा चाहिए
Kanchan Gupta
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
मित्रता चित्र देखकर नहीं
मित्रता चित्र देखकर नहीं
Sonam Puneet Dubey
पूछूँगा मैं राम से,
पूछूँगा मैं राम से,
sushil sarna
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
SATPAL CHAUHAN
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
हिन्दी पहचान
हिन्दी पहचान
Seema gupta,Alwar
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
Swami Ganganiya
दुनिया की ज़िंदगी भी
दुनिया की ज़िंदगी भी
shabina. Naaz
*प्यार तो होगा*
*प्यार तो होगा*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*Blessings*
*Blessings*
Veneeta Narula
Loading...