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15 Aug 2022 · 1 min read

आओ हम याद करे

ऐ मेरे वतन लोगो
आओ जरा उन्हें हम याद करे,
जिनकी आँखो की सपना थी
यह हमारी पावन आजादी।
जिसके लिए उन्होंने
काँटे भरे राहों पर चला था।
दिन-रात जग कर उन्होंने
इस आजादी के लिए
आँखो में सपना बुना था।
खाकर सीने पर गोली
वन्देमातरम कहा था।
आओ उन्हें हम याद करे
जिन्होने हँसते-हँसते
फाँसी को गले लगा लिया था।
अपनी खून से जिन्होने
इसमे चमक भरा था
आओ उन्हें याद करे हम
जिनकी शहादत के बदौलत
हमें यह आजादी मिला था।
हम स्वतंत्र हवा मे जियें,
हम स्वतंत्र आसमान मे लहराए
इसके लिए उन्होंने
धरती मे मिलकर
हमारे लिए स्वतंत्रता का
आधार गढ़ा था।
हम स्वतंत्र रहे सदा
इसके लिए उन्होंने
सब कुछ अपना
कुर्बान कर दिया था
हँसते-हँसते प्राण देकर
आजादी की लड़ाई में
प्राण फूँक दिया था।
आओ मिलकर याद करे
उनके बलिदानों को हम।
उनके चरणों मे अर्पण करे
हम सब मिलकर श्रद्धासुमन।
आओ मिलकर उन्हें याद करे हम।।
अनामिका

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