Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
20 May 2022 · 1 min read

पापा मेरे सबसे अच्छे

पापा मेरे सबसे अच्छे
———————–
पापा मेरे सबसे अच्छे ,
नित नए सपने बुनते हैं।
हम बच्चों के खातिर सपनों की कीमत
क्या क्या सहके अदा करते हैं।
सब कुछ सहकर जीवन में,
परिवार के संग खुश हे रहते।
जो में रूठूं तो, मुझसे है डर जाते,
मेरी हर जिद पूरी करके,
मुझे सदा हंसाते ।
पापा मेरे सबसे अच्छे——
मुझको कहते शहजादी हो तुम,
नील गगन से धरा पर आई हो तुम।
अपने साथ क ई तारे लाई हो तुम,
आसमां से चांदनी भी साथ लाई तुम।
बिखरा के रोशनी, धरा को स्वर्णिम करती तुम ।।
पापा मेरे सबसे अच्छे——-
जगमग जगमग करते तारे,
मन को बहुत लुभाते
पापा कहते मेरी बिटिया को!
आसमां के टिम टिम तारे ,
बहुत सुहाते !!!!!
पापा मेरे सबसे अच्छे———-

सुषमा सिंह *उर्मि,,
कानपुर

Loading...