Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2024 · 1 min read

फ़िर होता गया

फ़िर होता गया
कुछ ऐसा
सब्र की उंगलियों को
थाम लिया हमने
जिन्दगी भी हैरत में
आ गई है ये दौर देख कर

हिमांशु Kulshrestha

1 Like · 135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*सुप्रभातम*
*सुप्रभातम*
*प्रणय प्रभात*
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अपनी समझ और सूझबूझ से,
अपनी समझ और सूझबूझ से,
आचार्य वृन्दान्त
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
संघर्ष
संघर्ष
अश्विनी (विप्र)
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
Suryakant Dwivedi
*स्वार्थी दुनिया *
*स्वार्थी दुनिया *
Priyank Upadhyay
हिंदी भाषा
हिंदी भाषा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जीवन पथ पर सब का अधिकार
जीवन पथ पर सब का अधिकार
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सड़क तो कश्मीर में सबसे बेहतरीन बने हुए थे परन्तु हिंदुओ ने
सड़क तो कश्मीर में सबसे बेहतरीन बने हुए थे परन्तु हिंदुओ ने
ललकार भारद्वाज
तस्वीर तुम इनकी अच्छी बनाओ
तस्वीर तुम इनकी अच्छी बनाओ
gurudeenverma198
" वो दौलत "
Dr. Kishan tandon kranti
तेरे दिल में क्या है -
तेरे दिल में क्या है -
bharat gehlot
क्यूं में एक लड़की हूं
क्यूं में एक लड़की हूं
Shinde Poonam
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
Neelofar Khan
समय अपवाद से नहीं ✨️ यथार्थ से चलता है
समय अपवाद से नहीं ✨️ यथार्थ से चलता है
©️ दामिनी नारायण सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं कुछ नहीं चाहती
मैं कुछ नहीं चाहती
Jyoti Roshni
बसंत
बसंत
surenderpal vaidya
सांप सीढ़ी का खेल, ज़िंदगी..
सांप सीढ़ी का खेल, ज़िंदगी..
Shreedhar
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
3299.*पूर्णिका*
3299.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Tlash
Tlash
Swami Ganganiya
शून्य सा अवशेष मैं....!
शून्य सा अवशेष मैं....!
पंकज परिंदा
नफसा नफसी का ये आलम है अभी से
नफसा नफसी का ये आलम है अभी से
shabina. Naaz
कल गोदी में खेलती थी
कल गोदी में खेलती थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...