Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
13 May 2022 · 1 min read

सादगी की बात करें

चमक-दमक से परे, सादगी की बात करें.
पकड़ के हाथ चलो दोस्ती की बात करें.

सुकून कुछ तो दिले-बेकरार को आये,
नज़र मिला के कभी बेखुदी की बात करें.

निकल के दूर, घुटन से भरी फिज़ाओं से,
बगल में माँ के चलो, ताज़गी की बात करें.

मिले हो आज बहुत दिन के बाद, बैठो तो,
खलिश मिटा के,चलो, ज़िन्दगी की बात करें.

सुनेंगे दिल की, हमें क्या समझ ज़माने की?
हो पास तुम, तो भला क्यों किसी की बात करें?

रश्मि ‘लहर’

Loading...