मां ब़म्हचारणी
ब़म्हचारणी स्वरूप मां का, त्याग तपस्या का प्रतीक है
संघर्ष और तपबल से, मनचाहा मिलता अभीष्ट है
मां ब़म्हचारणी ने अपने तपोबल से,अपना अभीष्ट पाया था
संघर्ष और तप है मनुज जनम, मां ने यही सिखाया था
वैराग्य सदाचार संयम, ध्येय सदा ही पाता है
जय माता दी सुरेश कुमार चतुर्वेदी