Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
अरशद रसूल बदायूंनी
53 Followers
Follow
Report this post
31 Mar 2022 · 1 min read
जल रहे हैं तेल
शुरू हुआ है देश में, महंगाई का खेल।
आग लगाते थे कभी, जल बैठे सब तेल।।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 219 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
मैंने अपने एक काम को
Ankita Patel
अब तो चले आओ कि शाम जा रही है।
Jyoti Roshni
💐💞💐
शेखर सिंह
जीवन के दो पहलू
C S Santoshi
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चिर-प्रणय
sushil sharma
शिव
Vandana Namdev
कुपोषण की पहचान कारण और बचने के उपाय
Anil Kumar Mishra
इच्छाओं की दामिनी,
sushil sarna
तुझे याद करूं भी, तो कैसे करूं।
Vivek saswat Shukla
बेटी का सम्मान
surenderpal vaidya
चाय
अंकित आजाद गुप्ता
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तूने कहा कि मैं मतलबी हो गया,,
SPK Sachin Lodhi
23/132.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निकलो…
Rekha Drolia
कोई चाहे कितना भी सुंदर क्यों न हो,
पूर्वार्थ
कौन दिल बहलाएगा?
सुशील भारती
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बेटी शिक्षा
Dr.Archannaa Mishraa
यूँ ही राह तकता रहता हूं किसी राहगुज़र की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वन को मत काटो
Buddha Prakash
Discover the Tranquility of Jungle House in Mukteshwar
Rakshita Bora
बड़ा हीं खूबसूरत ज़िंदगी का फलसफ़ा रखिए
Shweta Soni
वक्त ने जो दिए हैं मौके, कद्र कर लो,
Ritesh Deo
😊कृपया ध्यान (मत) दीजिए😊
*प्रणय*
"इंडिया"
Dr. Kishan tandon kranti
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बधाई
Satish Srijan
गणेश वंदना छंद
Dr Mukesh 'Aseemit'
Loading...