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22 Mar 2022 · 1 min read

पत्थर हैं

तो आप सेक्युलर हैं
मतलब,मीठा जहर हैं ।
खैर ये कोई बात नहीं
मगर क्या रेग्युलर हैं ?
क्या आप होतें चिंतित
सबके लिए बराबर हैं ?
आप फैसला करें ,क्या
आप कानून से ऊपर हैं?
जो ज़ाहिर करतें हैं सच
आप से तो वो बेहतर हैं ।
अबे! चुप हो जा अजय
जनाब लिये हाथों में पत्थर हैं।
-अजय प्रसाद

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