Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
21 Mar 2022 · 1 min read

तेरी चाहत

ये तेरा चेहरा मेरी यादों
में आज कैद हो गया
रंग लगे थे चेहरे पर तेरे
फिर भी जादू कर गया

एक रंग और जुड़ जाएगा
अगर मेरे प्यार का इसमें
है यकीन तेरी खूबसूरती
और बढ़ जायेगी इसमें।।

चांद चेहरा नहीं तेरा
चेहरा ही पसंद है मुझे
मेरी ज़िंदगी में बस
अब तेरी ज़रूरत है मुझे

तू जो आकार भर दे
मेरे जीवन में नए रंग
बस जाऊं मैं दिल में तेरे
अब यही तमन्ना है मुझे।।

तुम ही संवारोगे जीवन मेरा
ऐसा कहते हैं लोग मुझे
करके स्वीकार मेरा प्रेम निवेदन
अब अपना बना ले मुझे

तेरे बिन जीना है मुश्किल
अब तो मेरे लिए
है तू ही प्यार मेरा
ये कैसे समझाऊं मैं तुझे।।

हूं बस तेरी हां के इंतज़ार में
अब और न रूला तू मुझे
तेरी इन नशीली आंखों में
बसने का इंतज़ार है मुझे

तेरी इन आंखों में ही मुझे
जीने की आस दिखती है
देखना चाहता हूं बस इन्हें
दो इनमें डूबने का मौका मुझे।।

Loading...