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18 Feb 2022 · 1 min read

हर्ष

आँखों से बरस रहा प्यार हो,
और हृदय में हर्ष अपार हो,
अभाव में भी मन में भाव हो,
ऐसा अपना घर- परिवार हो।।

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रचना- मौलिक एवं स्वरचित
निकेश कुमार ठाकुर
गृह जिला- सुपौल (बिहार)
संप्रति- कटिहार (बिहार)
सं०- 9534148597

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