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21 Jan 2024 · 1 min read

सवालात कितने हैं

चुभते हुए इस दिल में सवालात कितने हैं।
या’रब तेरे जहान के निगहबान कितने हैं ।।
सोचोगे ग़र कभी तो सोचा न जायेगा ।
इंसानों की इस भीड़ में इंसान कितने हैं ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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