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Dr fauzia Naseem shad
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17 Feb 2022 · 1 min read
चोट गहरी थी
आज भी दर्द उनसे रिसता है ।
चोट गहरी थी मेरे ज़ख़्मों की ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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