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15 Nov 2021 · 1 min read

मुस्तकबिल

आसमान पर बैठा हुआ वो ,
सबकी तकदीर बनाता बिगड़ता है ।
तुम्हारे मुस्तकबिल का जिम्मेवार मैं नहीं हूं ,
फिर वो ऐसा क्यों कहता है।

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