Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
4 Nov 2021 · 1 min read

नूतन वर्ष

ख़त्म किया है
कई बार मैंने
फाड़ कर
घर की दीवार पर टंगे
पंचांग का
एक-एक पृष्ठ

आज पुनः
फाड़ रहा हूँ
घर की दीवार पर टंगे
पंचांग का
अंतिम पृष्ठ

क्यों कि-
कल से करना है पुनः
अनवरत
नित्य नए पृष्ठों के
फाड़ने का
क्रम शुरू……….
*****

सरफ़राज़ अहमद “आसी”

Loading...