पत्नी (पांच दोहे)
पत्नी : ( पाँच दोहे )
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””’
(1)
भारत-भर में पत्नियाँ रखतीं व्रत उपवास
इनके मन में है सदा ,पतिदेवों का वास
(2)
पत्नी का आदर करो, पत्नी से परिवार
पत्नी घर की दिव्यता, पत्नी शुभ्र विचार
(3)
क्या रक्खा है चाँद में ,नभ पर दिखता रोज
पत्नी का मुख- चन्द्रमा ,अमृत इसमें खोज
(4)
मरे-जिए किसको खबर ,दुनिया लापरवाह
पति की लम्बी उम्र हो , पत्नी की बस चाह
(5)
बेटे बहुएँ ले गईं , बेटी है ससुराल
पतिदेवों का रख रही ,पत्नी केवल ख्याल
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451