Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
सुनील कुमार
49 Followers
Follow
Report this post
22 Oct 2021 · 1 min read
नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै—-
नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै, गाड़ी कबहुँ नाव।
तू हरि को संवार दे, हरि संवारेगा तोय।।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 256 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
#ग़ज़ल
*प्रणय*
" कलम "
Dr. Kishan tandon kranti
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
Krishna Manshi
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
Ravi Prakash
आँखों का कोना,
goutam shaw
राम नहीं बन सकते .....
Nitesh Shah
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
gurudeenverma198
छंद
दीपक झा रुद्रा
गुब्बारे वाले बाबा
Sagar Yadav Zakhmi
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
तपना पड़ता है
पूर्वार्थ
Even If I Ever Died
Manisha Manjari
पहली मुलाकात
Sudhir srivastava
हाइकु
Mukesh Kumar Rishi Verma
अमावस का चाँद
Saraswati Bajpai
जिंदगी हंस के जियो यारों
प्रदीप कुमार गुप्ता
तुम वेद हो
sheema anmol
सच-झुठ
Mansi Kadam
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
Manoj Mahato
इश्क तू जज़्बात तू।
Rj Anand Prajapati
आग और पानी 🔥🌳
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
ये ज़िंदगी एक अजीब कहानी है !!
Rachana
श्रृद्धेय अटल जी - काव्य श्रृद्धा सुमन
Shyam Sundar Subramanian
नर तन में जतन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दोस्त
Poonam Sharma
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
श्याम सांवरा
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
*सत्य की आवाज़*
Dr. Vaishali Verma
अब तो तुम्हारी मांग में सिंदूर भरने के बाद ही,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...