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सुनील कुमार
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5 Oct 2021 · 1 min read
पतझड़ के दिन बीत गए—–
पतझड़ के दिन बीत गए, माह बसन्त है आई।
डाली-डाली खिल गयी, कोमल पात सजाई।।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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