Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2021 · 1 min read

ग़ज़ल

ज़िंदगी से भी कहीं ज़्यादा मुहब्बत आपसे है
जो मिला है वो ख़ुशी वो प्यार दौलत आपसे है//1

वो दिया है आपने सोचा नहीं हमने कभी जो
ये शोहरत ये मस्तियाँ निस्बत मुरव्वत आपसे है//2

आपके बिन हाल ऐसा जो बहारों बिन चमन का
हर इनायत ज़ोर हिकमत दिल नफ़ासत आपसे है//3

हर अदावत छोड़ दी हमने तुम्हें पाकर क़सम से
इक नशा है आपका अब ये शराफ़त आपसे है//4

दौर उसरत का भुलाकर राह ज़न्नत की दिखाई
रब नहीं हो पर नहीं कम घर सलामत आपसे है//5

हर घड़ी सज़दा तुम्हें मैं रूह से करता रहूँगा
मोम हरक़त आज पत्थर की ये आदत आपसे है//6

देख ‘प्रीतम’ मैं क़रीने से ज़बर होकर रहूँ अब
चार दिन की ज़िंदगी में जोश राहत आपसे है//7

शब्दार्थ- निस्बत-संबंध, मुरव्वत-सज्जनता, इनायत-कृपा, हिक़मत-तत्त्व ज्ञान या उत्तम युक्ति,नफ़ासत-कोमलता, अदावत-शत्रुता, उसरत-कंगाली या दरिद्रता, जन्नत-स्वर्ग, सज़दा-झुककर सलाम, क़रीने-तरक़ीब,

आर.एस. ‘प्रीतम’
सर्वाधिकार सुरक्षित ग़ज़ल

625 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

नींद!
नींद!
Pradeep Shoree
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
बीमार घर/ (नवगीत)
बीमार घर/ (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जिंदगी अवसर देती है ___ लेख
जिंदगी अवसर देती है ___ लेख
Rajesh vyas
मौन
मौन
Vivek Pandey
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
Manoj Mahato
Temple of Raam
Temple of Raam
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
[दुनिया : एक महफ़िल]
[दुनिया : एक महफ़िल]
*प्रणय*
ये खुदा अगर तेरे कलम की स्याही खत्म हो गई है तो मेरा खून लेल
ये खुदा अगर तेरे कलम की स्याही खत्म हो गई है तो मेरा खून लेल
Ranjeet kumar patre
माँ की दुआ
माँ की दुआ
Anil chobisa
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
Swara Kumari arya
जनता हमको दीजिए,अपना हर इक वोट
जनता हमको दीजिए,अपना हर इक वोट
Dr Archana Gupta
बारिश की मस्ती
बारिश की मस्ती
Shaily
"जीवन के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं रीत लिख रहा हूँ
मैं रीत लिख रहा हूँ
कुमार अविनाश 'केसर'
A Picture Taken Long Ago!
A Picture Taken Long Ago!
R. H. SRIDEVI
ये हक़ीक़त है ज़िंदगानी की,
ये हक़ीक़त है ज़िंदगानी की,
Dr fauzia Naseem shad
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
4125.💐 *पूर्णिका* 💐
4125.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आप देखो जो मुझे सीने  लगाओ  तभी
आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी
दीपक झा रुद्रा
*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गुमनाम रहने दो मुझे।
गुमनाम रहने दो मुझे।
Satish Srijan
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैं भारत हूं मैं, भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं।
मैं भारत हूं मैं, भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं।
अनुराग दीक्षित
बाबा के गाम मे
बाबा के गाम मे
श्रीहर्ष आचार्य
मैंने अपने एक काम को
मैंने अपने एक काम को
Ankita Patel
चाहत
चाहत
Bodhisatva kastooriya
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
नृत्य से बड़ा कोई योग नही।
नृत्य से बड़ा कोई योग नही।
Rj Anand Prajapati
Loading...