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22 Aug 2021 · 1 min read

Rose

फलक से पलक तक सजा के रखी ये गुलाब फूल , काटो के बीच पनपी यह गुलाब यू चमक रही है ,तोड़ ले जाएगा कोई अजनबी मेरे गुलाब को , तरसता रह जायेगा यह मुसाफिर मुरझाई पंखुड़ियो की तरह , तन्हा हो जाएगा फिर से ये , फिर से यह मुंतशिर हो जाएगा गुलाब का फूल ।।

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