Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
28 Jul 2021 · 1 min read

अड़ियल सावन

मैं इतनी
प्रायोगिक
हो गयी हूँ,
कि नास्तिकता के
करीब
हो गयी हूँ !
तथापि
झूमता सावन
अड़ गया है,
तन-मन में
जलफुहार
भर गया है !

Loading...