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4 Jul 2021 · 1 min read

ठीक नही है ,

होठो के पलको पर बारिश की बूंदे ठीक नही है ,
यू तुम्हारा चहकना इरादों का नेक नही है ,

खूबसूरत हो , हुस्न की परी हो , फिर भी पागल हो ,ये ठीक नही है ,
यू रात के पहर में धड़कनों में समाना ठीक नही ।

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