Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2021 · 1 min read

वर्षा…..

काले.काले ,
बालों को लहराते ,
कोयल सी ,
मधुर राग सुनाते ,
कभी चूड़ियों की खनक ,
तो कभी छम.छम ,
पाव बजाते ।
उड़ते पंछियों के बीच से ,
उतर रही है वह ,
अप्सरा सी ,
**वर्षा****।

कभी बागों में झूमती ,
कभी खेतों में घूमती ,
कभी नाचती ,
घर आंगन में ,
कभी मिट्टी को चुमती ।
कभी पहाड़ो से उतरती ,
थिरकती हुई वह ,
अप्सरा सी ,
***वर्षा ***।

कितनी तड़प ,
कितनी वेदना लिए ,
आ गिरी तन पर ,
नाच उठा मन ,
बिखर गई मिट्टी की ,
सौधी.सौधी खुशबू ,
घर आंगन ।
हरियाली लिए ,
उतर रही है वह ,
धरती पर ,
अप्सरा सी ,
***वर्षा ***।

“””यह कविता जुलाई 2006 में लिखा था”””
””सुनील पासवान कुशीनगर””
14/06/2021

Language: Hindi
1 Like · 550 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जब कोई शब् मेहरबाँ होती है ।
जब कोई शब् मेहरबाँ होती है ।
sushil sarna
4548.*पूर्णिका*
4548.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इंसानियत
इंसानियत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ऐसा एक भारत बनाएं
ऐसा एक भारत बनाएं
नेताम आर सी
ज़ब्त  की जिसमें हद नहीं होती
ज़ब्त की जिसमें हद नहीं होती
Dr fauzia Naseem shad
साथ छोड़ दिया....
साथ छोड़ दिया....
Jyoti Roshni
घमंड
घमंड
Ranjeet kumar patre
माँ के नौ रूप
माँ के नौ रूप
Dr Archana Gupta
I love you Shiv
I love you Shiv
Arghyadeep Chakraborty
मेरी तकलीफ़ पे तुझको भी रोना चाहिए।
मेरी तकलीफ़ पे तुझको भी रोना चाहिए।
पूर्वार्थ
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी......!
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी......!
Neelam Sharma
स्वयं पर नियंत्रण रखना
स्वयं पर नियंत्रण रखना
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
दोहे
दोहे
Dr.Priya Soni Khare
🙅आग्रह🙅
🙅आग्रह🙅
*प्रणय प्रभात*
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
789WIN là một trong những thương hiệu nhà cái uy tín nhất ở
789WIN là một trong những thương hiệu nhà cái uy tín nhất ở
789win
Cold And Blanket
Cold And Blanket
Buddha Prakash
रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa'
रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa'
Vijay kumar Pandey
सीखा रही है ये जिन्दगी मुझे हर घड़ी हर पल,इस दुनिया में तरह-
सीखा रही है ये जिन्दगी मुझे हर घड़ी हर पल,इस दुनिया में तरह-
Brandavan Bairagi
मेघों का इंतजार है
मेघों का इंतजार है
VINOD CHAUHAN
"महापाप"
Dr. Kishan tandon kranti
कुन्डलियां
कुन्डलियां
Mangu singh
क्षेत्रक
क्षेत्रक
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
Sangeeta Beniwal
*आत्म-विश्वास*
*आत्म-विश्वास*
Vaishaligoel
हमेशा फूल दोस्ती
हमेशा फूल दोस्ती
Shweta Soni
प्रदूषन
प्रदूषन
Bodhisatva kastooriya
साथ
साथ
Neeraj Kumar Agarwal
आपके शत्रु आपको क्रोध दिला सकते हैं
आपके शत्रु आपको क्रोध दिला सकते हैं
ruby kumari
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
Loading...