Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2021 · 1 min read

दोहा

दुख की बदली छा गई अंतस मन पर आज
यूं प्रतीत होता सदा गिरा हो मुझ पर गाज।

Language: Hindi
301 Views

You may also like these posts

AE888 - TRANG CHỦ AE888 CHÍNH THỨC✔️ MOBILE
AE888 - TRANG CHỦ AE888 CHÍNH THỨC✔️ MOBILE
AE888
■आज का आभास■
■आज का आभास■
*प्रणय*
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
Neeraj Agarwal
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
Ajit Kumar "Karn"
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
Neelam Sharma
9. पहचान
9. पहचान
Lalni Bhardwaj
"दरअसल"
Dr. Kishan tandon kranti
उस देश का रहने वाला हूं
उस देश का रहने वाला हूं
राकेश पाठक कठारा
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
Neelofar Khan
जिंदगी की राह में हर कोई,
जिंदगी की राह में हर कोई,
Yogendra Chaturwedi
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..
शोभा कुमारी
नहीं है पूर्णता मुझ में
नहीं है पूर्णता मुझ में
DrLakshman Jha Parimal
बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल
बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में,
कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बस इतनी सी चाह हमारी
बस इतनी सी चाह हमारी
राधेश्याम "रागी"
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
Subhash Singhai
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
sushil sarna
बूढ़ा बागवान
बूढ़ा बागवान
Rajesh Tiwari
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
मैने देखा है लोगों को खुद से दूर होते,
मैने देखा है लोगों को खुद से दूर होते,
पूर्वार्थ
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"सपने हमारे"
Yogendra Chaturvedi
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समय का प्रवाह
समय का प्रवाह
Rambali Mishra
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
सत्य क्या
सत्य क्या
Rajesh Kumar Kaurav
दिल
दिल
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...