Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2021 · 1 min read

विनोद सिल्ला के दोहे

विनोद सिल्ला के दोहे

खेल जगत के अजब हैं, अजब सभी हैं काम।
रहा अकेला उम्र-भर, मरे तो जुड़े गाम।।

हाल-चाल पूछा नहीं, ना बोला दो बोल।
अपनी-अपनी अकड़ में, भूले हँसी मखौल।।

नहीं उम्र भर खा सका, भोजन जो भरपेट।
मृत्यु-भोज में लोग हैं, खाएं भर-भर प्लेट।।

जीवन भर भूखा रहा, गई भूख में जान।
कर्जा ले कर ही किया, कुनबे ने गौदान।।

जीते जी खाई नहीं, मेवे मीठी खीर।
खिलाते उसे श्राद्ध में, अपना जीवन चीर।।

जीवन जीया रंक का, सिले नहीं परिधान।
आज अर्थी पर चढ़ रहे, नए थान के थान।।

विनोद सिल्ला खेलिए, जीवन बाजी खेल।
जीते जी ही मदद कर, जीते जी का मेल।।

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
1 Like · 541 Views

You may also like these posts

" अन्तर "
Dr. Kishan tandon kranti
"प्रश्नों के बाण"
DrLakshman Jha Parimal
शबनम की बूंदों का यों मिहिका सा जम जाना,
शबनम की बूंदों का यों मिहिका सा जम जाना,
चेतन घणावत स.मा.
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
Ranjeet kumar patre
देव अब जो करना निर्माण।
देव अब जो करना निर्माण।
लक्ष्मी सिंह
शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दोस्ती क्या है
दोस्ती क्या है
VINOD CHAUHAN
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
बायण बायण म्है करूं, बायण  म्हारी  मात।
बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सत्य और राम
सत्य और राम
Dr. Vaishali Verma
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
पूर्वार्थ
*नसीहत*
*नसीहत*
Shashank Mishra
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Srishty Bansal
होली
होली
SATPAL CHAUHAN
🙅fact🙅
🙅fact🙅
*प्रणय*
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
क्या ख़ाक खुशी मिलती है मतलबी ज़माने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यमराज हार गया
यमराज हार गया
Ghanshyam Poddar
हिन्दू जागरण गीत
हिन्दू जागरण गीत
मनोज कर्ण
मेरी आंखों का
मेरी आंखों का
Dr fauzia Naseem shad
शिक्षा हर मानव का गहना है।
शिक्षा हर मानव का गहना है।
Ajit Kumar "Karn"
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
Sukeshini Budhawne
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
Ravikesh Jha
प्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
छोड़ दो तुम साथ मेरा
छोड़ दो तुम साथ मेरा
अमित कुमार
ख्वाइश
ख्वाइश
Mandar Gangal
*मृत्यु : पॉंच दोहे*
*मृत्यु : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
ये हल्का-हल्का दर्द है
ये हल्का-हल्का दर्द है
डॉ. दीपक बवेजा
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
Loading...