Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
1 May 2021 · 1 min read

कोरोना ने हर लिए,मेरे मित्र अनेक

कोरोना ने हर लिए,……. मेरे मित्र अनेक ।
घबराया हूँ आज ही, मित्र सूचि कर चेक।।

माँ, बापू या पुत्र तो, गया किसी का भ्रात ।
तड़पे बच्चे-बच्चियाँ, आये क्या दिन-रात ।।
रमेश शर्मा

Loading...