Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
31 Jan 2021 · 1 min read

हमारी पद्मा रानी मां पर

सुन बॉलीवुड के भांड जितनी तेरी जेब में कमाई है
उससे ज्यादा तो इतिहास में भयानक हुई लड़ाई है

तेरी करनी का ही तो बोया कड़वा बीज तूने काटा है
इसलिए करणी सेना ने की थी जमकर तेरी धुनाई है

मर्द मान लेंगे तुझे पद्मिनी ख़िलजी पे फ़िल्म तो बना
वरना तेरी माँ भी सोचले तुझको पैदा कर शरमाई है

हमारी पद्मा रानी माँ पर अपनी ऊँगली उठाने वाले
तू तो नगरवधू की लगता कोई गन्दी सी पैदाईश है

पद्मिनी का जौहर सोच कर काँप जाती तेरी आत्मा
राजपूतानी वीरता तूने क्यो अपने पे यूँ अजमाई है

बता गद्दार कितने में बेचा तूने यहाँ ईमान अपना
किसने पद्मिनी पे दाग के लिए तेरी जेबें गरमाई है

देख अभी तो बंजर भूमि पर पिटा है तू राजपूतो से
अब सरदार मराठो ने भी करनी तेरी बाकी पिटाई है

फेसला तेरा मिट्टी में मिलना या सोना बनाना तुझे
सुन अनाड़ी बुझा वो आग जो तूने देश में लगाई है

जिस्म बगावत करने लगा अशोक का मन से फिर
सुन चिथड़ों में भूखा नंगा अधमरा देगा तू दिखाई है

अशोक सपड़ा की कलम से दिल्ली से

Loading...