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23 Apr 2021 · 1 min read

पाखंडी सरकार

है कहाँ मंदिर
कहाँ है भगवान तेरा प्यारे
साल भर तूने चढ़ाया
सर्वस्व जहाँ प्यारे ।

रो रहा है देश
सो रहा है नेतृत्व
कहा गया भगवान
जो आँसू पौंछ दे सारे ।

हाथो में छाले पड़े हैं
जल्लाद भी अब थक गए हैं
प्राणवायु भी नही है
गिर रहें है आंखों के तारे ।

लगाओ कुम्भ
बनाओ मंदिर
करो चुनावी रैली
मर रहा है देश
संसाधन खत्म हो गए सारे ।

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