Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
18 Mar 2021 · 1 min read

सफर

सफर कैसा है ये सफर
ना मंजिल की कोई खबर है
ना रास्तों की कोई खबर है
सफर कैसा है ये सफर
ना सुबह का ना रात का कुछ पता है
ना दोपहर का ना शाम का कुछ पता है
सफर कैसा है ये सफर
सपने तो है पर पूरे होंगे पता नहीं
चलना तो है पर कैसे पता नहीं
सफर कैसा है ये सफर
सवाल तो बहुत है जबाव की कोई खबर नहीं
अकेला चल रहा हूं कोई साथ चलेगा पता नहीं
सफर कैसा है ये सफर

Loading...