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4 Mar 2021 · 1 min read

कुरीति विनाशक

सोतों को जगाया तुमने
रोतों को हँसाया|
तुमने उस अनैतिक
कुरीति को जलाया|
बड़े विद्वान तुम,
सबसे महान तुम
तुम से बड़ा ना कोई बन पाया ||1||……

जात-पात कुरीति मनु की,
दुराचार मनुस्मृति बनायी|
दिया बढ़ावा दानवता को,
विभिन्न मानव जाति बनायी ||
मज़लूमों की ज़िंदगी से कहर को हटाया|
बड़े विद्वान तुम,
सबसे महान तुम
तुम से बड़ा ना कोई बन पाया ||2||……

नरक हटा जगह स्वर्ग बनाई,
ज़हर-ज़िंदगी को अमृत बनाई|
शिक्षित संगठित संघर्ष सिखाया,
मयंक भीमबाबा जीना सिखाया|
बड़े विद्वान तुम,
सबसे महान तुम
तुम से बड़ा ना कोई बन पाया ||3||……
✍ के.आर.परमाल ‘मयंक’

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